Shiv chaisa Options
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. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के shiv chalisa in hindi तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
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त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - more info भजन